अर्धवार्षिक परीक्षा से होगा शिक्षकों का मूल्यांकन

अर्धवार्षिक परीक्षा से होगा शिक्षकों का मूल्यांकन

 

राज्य के सभी 70 हजार प्राइमरी एवं मिडिल स्कूलों में 18 सितंबर से अर्धवार्षिक परीक्षा होगी।

 बिहार राज्य में अर्धवार्षिक परीक्षा 18 सितंबर से 24 सितंबर तक होगी जिसको लेकर अपर मुख्य सचिव डॉक्टर सिद्धार्थ की घोषणा।

विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने शनिवार को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) को पत्र भी भेजा है। डॉ. सिद्धार्थ ने कहा है कि इस निर्णय का उद्देश्य यह है कि सभी सरकारी प्रारंभिक व मध्य विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों की अर्द्धवार्षिक परीक्षा का परीक्षाफल यह प्रतिबिंबित करेगा कि शिक्षक द्वारा दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता कैसी है। यही नहीं, शिक्षकों द्वारा किये जा रहे शिक्षण के मूल्याकंन का आधार उस विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के परीक्षाफल पर निर्धारित होगा। इसके लिए शैक्षणिक कार्य मूल्याकंन प्रतिवेदन तैयार करने और इसकी प्रविष्टि संबंधित शिक्षक के वार्षिक मूल्यांकन प्रतिवेदन में दर्ज करने का भी निर्णय लिया गया है।

सितंबर से अर्धवार्षिक परीक्षा होगी। इसमें वीक्षण कार्य में दूसरे स्कूलों के शिक्षकों से एवं कॉपियों की जांच भी दूसरे स्कूलों के शिक्षकों से करायी जायेगी। प्राइमरी-मिडिल स्कूलों की परीक्षा में यह व्यवस्था राज्य में पहली बार लागू हो रही है। इस बाबत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ द्वारा शनिवार को राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए अर्धवार्षिक परीक्षा में प्रत्येक विद्यालय में वीक्षण का कार्य दूसरे विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा कराने का निर्णय लिया गया है।

 छात्र-छात्राओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी दूसरे विद्यालय के कराया जाएगा। साथ ही संबंधित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के शैक्षणिक कार्य मूल्यांकन प्रतिवेदन को सेवा पुस्तिका में अंकित किया जाएगा। इसलिए इससे संबंधित निर्देश का अनुपालन सभी प्राथमिक और मध्य प्राइमरी-मिडिल की अर्द्धवार्षिक परीक्षा में वीक्षण और मूल्यांकन शिक्षकों द्वारा व्यवस्था बदली कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं। निर्देश में कहा गया है कि विद्यालयों में कराना सुनिश्चित कराएं।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि इस निर्णय से सितंबर में सभी सरकारी प्रारंभिक व मध्य विद्यालयों में होने वाली अर्धवार्षिक परीक्षा का महत्व बढ़ गया है। यह छात्र- छात्राओं के साथ-साथ शिक्षकों के लिए भी महत्वपूर्ण हो गया है। लिहाजा, सभी शिक्षकों से अपेक्षा है कि इस परीक्षा का सिलेबस परीक्षा से पूर्व पूर्ण कर लेंगे

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