पहले बुलडोजर चला फिर डंडा ये है योगी का फंडा

 पहले बुलडोजर चला फिर डंडा ये है योगी का फंडा 



5 दिनों में करीब 32 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा में भाग लिया। राज्य सरकार ने इसको इतिहास की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा बताया। इस परीक्षा के समापन के बाद सीएम योगी ने UPPRPB और राज्य पुलिस को बधाई दी।इस परीक्षा का आयोजन राज्य के 67 जिलों के 1,174 केंद्रों पर किया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस में 60,000 खाली पदों को भरने के लिए इस परीक्षा का आयोजन कराया गया।

सिपाही समेत कुल 40 सॉल्वर्स और अभ्यर्थी गिरफ्तार हुए. 29 एफआईआर दर्ज हुईं और करीब 318 संदिग्ध भी भर्ती बोर्ड की जांच के दायरे में आ गए.

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक इन लोगों के कब्जे से 11 ब्लैंक चेक, 32 मार्कशीट, 6 से ज्यादा आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और 11 मोबाइल बरामद हुए। उन्होंने कहा, 'उनके लैपटॉप की जांच करने पर पता चला कि उनके द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से UP Police admit Card पर फोटो बदलने का भी काम किया जा रहा था। अभियुक्तों के पास से तमाम सरकारी अधिकारियों के मोहर भी बरामद किए गए हैं।

परीक्षा की शुचिता एवं पवित्रता बनाए रखने के उद्देश्य से चलाए जा रहे पुलिस और एसटीएफ के संयुक्त अभियान में यह गिरफ्तारी की गई। परीक्षा में कहीं भी कोई गड़बड़ी होने की सूचना नहीं मिली है। 


यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे 122 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें सॉल्वर गैंग के सदस्य भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा 15 एटा से पकड़े गए है

पुलिस में सिपाही के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से 2385 केंद्रों पर आयोजित लिखित परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश में पिछले तीन दिनों में 122 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें सॉल्वर गैंग के सदस्य भी शामिल हैं। 

डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि 15 फरवरी से लेकर 17 जनवरी को दोपहर 4.30 बजे तक 14 जिलों से कुल 122 लोग गिरफ्तार/हिरासत में लिए गए हैं। परीक्षा के पहले दिन शनिवार को कुल 96 लोग गिरफ्तार किए गए, जिसमें सबसे ज्यादा 15 लोग शनिवार को एटा जिले के कोतवाली नगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा प्रयागराज के झूंसी थाना क्षेत्र से नौ और आजमगढ़ के कंधरापुर से सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले 16 फरवरी को आठ लोग गाजीपुर से नोनहरा थाना क्षेत्र से और छह लोग मऊ जिले के कोतवाली नगर व कोपागंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए थे। वाराणसी कमिश्नरेट व आगरा कमिश्नरेट ने एसटीएफ के साथ संयुक्त अभियान में 16 फरवरी को ही दो-दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। शनिवार को हाथरस पुलिस ने एसटीएफ के साथ मिलकर कोतवाली नगर थाना क्षेत्र से तीन लोगों को तथा कानपुर कमिश्नरेट व एसटीएफ ने हनुमंत विहार थाना क्षेत्र से दो लोगों को गिरफ्तार किया। फिरोजाबाद जिले की पुलिस ने उत्तर थाना क्षेत्र से चार तथा जौनपुर पुलिस ने कोतवाली थाना क्षेत्र से पांच लोगों को गिरफ्तार किया।

वाराणसी में शनिवार की सुबह पहली पाली में अलग-अलग केंद्रों पर पांच सॉल्वर पकड़े गए। राजातालाब, बड़ागांव, चितईपुर, रोहनिया में बने सेंटरों पर दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते इन्हें हिरासत में लिया गया। वहीं मिर्जापुर में फर्जी प्रश्नपत्र बनाकर बेचने वाले गिरोह से जुड़े तीन व दो सॉल्वरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसी तरह जौनपुर में पांच आरोपियों को सेंटर से मिली शिकायत के आधार पर पकड़ा गया। इसमें चार पर अफवाह फैलाने का आरोप है। वे पेपर लीक होने की सोशल मीडिया पर फर्जी सूचना दे रहे थे। मऊ में प्रथम पाली के दौरान एक फर्जी परीक्षार्थी समेत चार शातिर धरे गए हैं। इनके पास से कई फर्जी एडमिट कार्ड, 13 हजार नगदी, चार चारपहिया भी बरामद हुए। आजमगढ़ में दो सेंटरों से दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहे बिहार निवासी दो युवकों को पकड़ा गया। दोनों बायोमैट्रिक जांच के दौरान चिन्हित हुए। बलिया में पुलिस भर्ती परीक्षा पास कराने के लिए पैसा लेने वाले एक शातिर को पुलिस ने दबोच लिया। उसके पास अभ्यर्थियों से वसूले गए नौ लाख रुपये, 13 प्रवेशपत्रों की फोटो कॉपी,चार फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए। 

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